बच्चों के लिए मां की ममता की कहानियां तो खूब सुनी होंगी पर सात महीने से लापता मां के प्रति 12 साल के मासूम बच्चे के प्यार और संघर्ष की दास्तान सबसे जुदा है। अपनी मां को वापस लाने के लिए गाजियाबाद का मासूम अकेला ही पूरे सिस्टम से जूझ रहा है। पहले उसने मां के लापता होने की एफआईआर दर्ज कराई।
कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उसने जिलाधिकारी के जनसुनवाई पोर्टल में शिकायत की। यहां भी सुनवाई नहीं हुई तो पांच दिन पहले बच्चा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने अकेला ही लखनऊ चला आया। उसका कहना है कि मुख्यमंत्री आवास पर प्रार्थनापत्र देकर मां को ढूंढने के लिए गुहार लगाई।
अफसरों से मदद का आश्वासन मिलने के बाद बच्चा इस इंतजार में लखनऊ में रुका रहा कि उसकी मां जल्द मिल जाएगी। इस दौरान अपनी शिकायत की प्रगति जानने के लिए वह जिलाधिकारी से मिलने के लिए कलेक्ट्रेट के चक्कर लगाता रहा। बृहस्पतिवार को कैसरबाग पुलिस ने उसे कलेक्ट्रेट में भटकते देखकर चाइल्ड लाइन को सूचना दी। चाइल्ड लाइन के परामर्शदाता कृष्ण प्रताप ने बताया कि बच्चे को सुपुर्दगी में ले लिया गया है। उसकी काउंसलिंग कराने के साथ ही गाजियाबाद पुलिस से संपर्क किया जा रहा है।