चार जनवरी को लापता हुए कारोबारी पवन शर्मा हत्याकांड का खुलासा करते हुए कविनगर पुलिस ने कारोबारी के दवा सप्लायर दोस्त गजेंद्र को गिरफ्तार किया है। मूलरूप से बुलंदशहर के औरंगाबाद थानाक्षेत्र के गांव रहीमपुर का रहने वाला गजेंद्र फिलहाल हापुड़ के गंगापुरा में रहता है। एसपी सिटी ने बृहस्पतिवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि सट्टे के पैसों के विवाद में गजेंद्र ने पवन शर्मा की गला घोंटकर हत्या की थी। उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त रस्सी व पवन का सिम बरामद किया है। घटना के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए गजेंद्र कारोबारी के परिजनों के साथ तलाश में जुटा हुआ था।
एसपी सिटी ने बताया कि गजेंद्र पवन शर्मा के जरिये सट्टे में पैसे लगाता था। उसने करीब एक महीने पहले 1200 रुपये सट्टे में लगाने को पवन शर्मा को दिए थे। सट्टा का नंबर लगने पर पवन शर्मा को 1.08 लाख रुपये मिल गए थे, जो वह उसे नहीं दे रहा था। इसके अलावा पवन शर्मा ने गजेंद्र से 12,700 रुपये के हर्बल प्रोडक्ट भी खरीदे था। कुल मिलाकर पवन शर्मा को 1.20 लाख रुपये गजेंद्र को देने थे। वहीं, मकान खरीदने में गजेंद्र पर दो लाख का कर्जा हो गया था। इसके लिए उसने अपना मकान गिरवी रख दिया था। कर्ज देने वालों से बचने के लिए गजेंद्र अकसर मंदिरों में सोता था। पवन शर्मा द्वारा पैसे न देने पर घटना से तीन दिन पहले गजेंद्र ने पवन की हत्या की योजना बना ली थी।
पवन को फोन करके बुलाया था हापुड़
एसपी सिटी ने बताया कि गत 4 जनवरी को गजेंद्र ने फोन करके पवन शर्मा को हापुड़ बुलाया। वहां से वह उन्हें सादिकपुर बाईपास पर एक बाबा के यहां ले गया। तिल के लड्डू में नशे की दवा मिलाकर प्रसाद के रूप में खिला दिए। बेहोशी छाने पर पवन बाबा जगदीश की कोठरी में लेट गए। शाम की पूजा का समय होने का हवाला देते हुए बाबा ने गजेंद्र को जाने के लिए कहा तो वह पवन शर्मा को बाइक पर पीछे बैठाकर सिंभावली थानाक्षेत्र में गंग नहर की पुलिया के पास ले गया और उसी दिन शाम करीब साढ़े 7 बजे पवन की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। सुबूत मिटाने को शव गंग नहर में फेंक दिया।
अपहरण व हत्या में जेल जा चुका है गजेंद्र
एसएचओ मोहम्मद असलम ने बताया कि गजेंद्र स्याना थानाक्षेत्र से बच्चे का अपहरण व हत्या में जेल जा चुका है। आनंद विहार में बोरी वाले बाबा के यहां गजेंद्र की मुलाकात पवन से हुई और इसके बाद दोस्ती हो गई और दोनों सट्टा लगाने लगे। एसपी सिटी का कहना है कि हत्या के बाद गजेंद्र ने पवन शर्मा का मोबाइल तोड़कर नहर में फेंक दिया और बाइक नहर किनारे खड़ी कर दी थी। उन्होंने कहा कि आरोपी को रिमांड पर लेकर मोबाइल व बाइक बरामद करने की कोशिश की जाएगी।
कारोबारी की हत्या कर परिजनों के साथ तलाश में जुटा रहा दोस्त