कोतवाली जारचा क्षेत्र के छौलस गांव में आर्थिक गणना करने पहुंची एनजीओ की टीम को बंधक बनाकर मारपीट की गई। ग्रामीणों ने टीम के सुपरवाइजर समेत तीन सदस्यों पर नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी), नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) व नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का डाटा इकट्ठा करने का आरोप लगाकर हमला बोल दिया। मौके पर बीच-बचाव करने पहुंचे ग्राम प्रधान से भी मारपीट की गई। किसी तरह थाने पहुंचे पीड़ितों की ओर से एक नामजद और 40 अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
पुलिस के मुताबिक राज सिंह एनजीओ संस्था के सुपरवाइजर हैं। बुधवार को वह तीन सदस्यों के साथ छौलस गांव में आर्थिक गणना कर रहे थे। आरोप है कि सुबह 9:30 बजे उनकी टीम के सदस्यों को गांव के कुछ लोगों ने बंधक बना लिया। आरोप है कि ग्रामीण जावेद ने उनकी टीम के सदस्यों के मोबाइल छीनकर पहचान-पत्र फाड़ दिए थे। करीब 40 लोगों ने उन्हें घेर रखा था। कारण पूछने पर ग्रामीणों ने उनपर एनआरसी, एनपीआर व सीएए का डाटा जुटाने की बात कही। सुपरवाइजर ने ग्रामीणों को आर्थिक गणना करने की जानकारी दी। साथ ही कहा कि एनआरसी से उनका कोई लेनादेना नहीं है, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। सुपरवाइजर राज सिंह ने मामले की जानकारी ग्राम प्रधान बहादुर अली को दी। मौके पर पहुंचे बहादुर अली ने लोगों को समझाने की कोशिश की। इस बीच ग्रामीण भड़क गए। आरोप है मौके पर मौजूद लोगों ने ग्राम प्रधान को गोली मारने की चेतावनी देते हुए सुपरवाइजर और उनकी टीम से मारपीट की। मौके पर पहुंचे प्रधान पक्ष के कुछ लोगों ने उन्हें बचाया। किसी तरह कोतवाली पहुंची एनजीओ की टीम की ओर से जावेद व 40 अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
आर्थिक गणना करने पहुंचे एनजीओ की टीम से मारपीट के मामले में एक नामजद जावेद व 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।- सतीश कुमार, अपर पुलिस आयुक्त
आर्थिक गणना करने पहुंची टीम को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर पीटा